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रविवार, 20 सितंबर 2020

टेस्टोस्टेरोन टेस्ट क्या है/टेस्टोस्टेरोन क्या काम करता है?

टेस्टोस्टेरोन टेस्ट क्या है/टेस्टोस्टेरोन क्या काम करता है?




टेस्टोस्टेरोन एक हॉर्मोन है जो पुरुषों के अंडकोष में पैदा होता है. आमतौर पर इसे मर्दानगी के रूप में देखा जाता है. इस हार्मोन का पुरुषों की आक्रामकता, चेहरे के बाल, मांसलता और यौन क्षमता से सीधा संबंध है. शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ के लिए यह हॉर्मोन सभी पुरुषों के लिए ज़रूरी है


टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए/हार्मोन कितना होना चाहिए?

सामान्य टेस्टोस्टेरोन रेंज 300 ग्राम प्रति डेसी लिटर से 1000 ग्राम डीएल

टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए

19 से 49 की उम्र तक 249 से 836 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (ng/dL)

50 या उससे अधिक उम्र के लोगों में 193 से 740 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर

वयस्क महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य रिजल्ट:

19 से 49 की उम्र तक की महिलाओं में 8 से 48 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर

50 या उससे ऊपर की महिलाओं में 2 से 41 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर

शोध के दौरान पुरुषों में औसत सीरम टेस्टोस्टेरोन का स्तर 435.5 एनजी/डीएल (नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर) था. अध्ययन के अनुसार, प्रतिबंधात्मक आहार लेने वाले पुरुषों में सीरम टेस्टोस्टेरोन कम मिला, जोकि कम वसा वाले आहार पर 411 एनजी/डीएल पाया गया.


कुछ स्वास्थ्य स्थितियां, चोट एवं कुछ प्रकार की दवाएं आदि टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकती हैं। टेस्टोस्टेरोन का स्तर उम्र के साथ-साथ प्राकृतिक रूप से गिरने लगता है। टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर पुरुषों में उनकी मनोदशा, सेक्स ड्राइव व शरीर को भी प्रभावित करता है।


टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिरने की निम्न वजहें हो सकती हैं

सामान्य से कम के टेस्टोस्टेरोन के कई कारण हो सकते हैं जैसे अंडकोष में चोट लगना, खानपान में पौष्टिक तत्वों की कमी आदि.

कोई गंभीर बीमारी,

अगर पीट्यूटरी ग्रंथि सामान्य मात्रा में सभी या कुछ हार्मोन को ना बनाए,

मस्तिष्क के उस हिस्से में समस्या जो हार्मोन को नियंत्रित करता है,

थायराइड का ठीक से काम ना कर पाना,यौवन अवस्था में देरी,

वृषण संबंधी रोग, (वृषण कैंसर, वृषण में सूजन, संक्रमण या चोट आदि) 

पीट्यूटरी की कोशिकाओं में ट्यूमर होना, जो बहुत अधिक मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करता है।

शरीर में अधिक मोटापा (Obesity), इत्यादि।


टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ने की निम्न वजहें हो सकती हैं:


पुरुष हार्मोन के एक्शन के लिए प्रतिरोध उत्पन्न होना (Androgen resistance),

अंडाशय में ट्यूमर,

वृषण में कैंसर,

कंजेनिटल एड्रेनल हाइपरप्लासिया (Congenital adrenal hyperplasia),

उन दवाओं का सेवन जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा देती हैं, इत्यादि।


टेस्टोस्टेरोन की कमी कैसे दूर करे?

लहसुन कच्चे लहसुन का सेवन कई लोगों के द्वारा रोज सुबह पानी के साथ भी किया जाता है। आपने कई लोगों के मुंह से यह भी सुना होगा कि भुने हुए लहसुन का सेवन करने से पौरुष शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है। इस बात के पीछे का वैज्ञानिक कारण यह है कि लहसुन में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाने का गुण पाया जाता है।


हार्मोन कैसे बढ़ता है?

आपके व्यायाम शुरू करने के आधे घंटे बाद शरीर में ग्रोथ हार्मोन बनना शुरू होता है, जो 45 मिनट तक बढ़ता है इसके बाद अगले 15 मिनट यानी कुल 60 मिनट तक स्थिर रहता है। 60 मिनट के बाद इसका स्तर घटना शुरू हो जाता है। आपका शरीर जितना ग्रोथ हार्मोन पूरे दिन में बनाता है, उसका 75 फीसदी निर्माण शरीर अच्छी नींद के दौरान करता है।


टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं/Testosterone Boosting Foods

काजू

अनार

पपीता

एवोकाडो

​जैतून का तेल 

केला

लहसुन




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